Thursday, 22 March 2018

23 मार्च 1931 को महान क्रांतिकारी भगत सिंह, राजगुरु और सुखदेव को ब्रिटिश शासकों ने लाहौर जेल में फांसी दे दी थी. उनके बलिदान और देश के प्रति समर्पण ने सारे देश को झकझोर कर रख दिया था आप तीनों का नाम विश्व में 21वीं सदी के अमर शहीदों में सबसे ऊँचा है। आप तीनों ने देश की आज़ादी के लिए जिस साहस के साथ शक्तिशाली ब्रिटिश सरकार का मुक़ाबला किया, वह आज के युवाओं एवं आने वाली पीढ़ियों के लिए सदैव प्रेरणा स्रोत का कार्य करेगी. आप ने देश की खातिर अपना सर्वस्व न्योछावर कर दिया। इसीलिए देश आपके सम्मान में आज का दिन शहीद दिवस के रूप में मनाता है. आप सभी के बलिदान, साहस और शौर्य को शत-शत नमन।


No comments:

Post a Comment

काम से प्रसंता

अगर हम स्वेच्छा से कोई काम करते है,तो फिर काम जैसा हो,इसका पूरा आनंद उठाते है।यह काम जब पूरा हो जाता है,तो हमे संपूर्णता का अनुभव होता है।इस...