Monday, 2 April 2018

"आत्मबल, सामर्थ्य देता है और सामर्थ्य, विद्या प्रदान करती है। विद्या, स्थिरता प्रदान करती है और स्थिरता, विजय की तरफ ले जाती है" ये शब्द महान शासक #छत्रपति शिवाजी महाराज जी के हैं जो अपने असाधारण प्रतिभा के लिए विश्व प्रसिद्ध हैं। आप एक अद्वितीय वीर योद्धा, मराठा साम्राज्य के संस्थापक, कुशल प्रशासक, महान सेनानायक थे आज आपकी पुण्यतिथि पर शत शत नमन।


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काम से प्रसंता

अगर हम स्वेच्छा से कोई काम करते है,तो फिर काम जैसा हो,इसका पूरा आनंद उठाते है।यह काम जब पूरा हो जाता है,तो हमे संपूर्णता का अनुभव होता है।इस...