Tuesday, 27 November 2018

"असफलता एक चुनौती है, स्वीकार करो क्या कमी रह गयी देखो और सुधार करो कुछ किए बिना ही जयजयकार नहीं होती हिम्मत करने वालों की कभी हार नही होती" हिन्दी कविता के उत्तर छायावाद काल के प्रमुख कवियों में से एक कवि और लेखक, पद्म विभूषित स्व. हरिवंश राय बच्चन जी की जयंती पर कोटि - कोटि नमन


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काम से प्रसंता

अगर हम स्वेच्छा से कोई काम करते है,तो फिर काम जैसा हो,इसका पूरा आनंद उठाते है।यह काम जब पूरा हो जाता है,तो हमे संपूर्णता का अनुभव होता है।इस...