Sunday, 25 February 2018

भारत की पहली महिला डॉक्टर थी जिन्होंने ऐसे दौर में डॉक्टर की डिग्री हासिल की जब महिलाओं को शिक्षा भी दुश्वार थी जो स्वयं में एक मिशाल है ऐसे आनंदीबाई जोशी जी की पुण्यतिथि पर उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि


भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन में अग्रिम पंक्ति के सेनानी ,प्रखर राष्ट्रवादी नेता ,सिद्धहस्त लेखक, कवि ओजस्वी वक्ता एवं दूरदर्शी राजनेता ,विधिवेत्ता विनायक दामोदर वीर सावरकर जी की पुण्यतिथि पर उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि


सुबह-सुबह मशहूर फिल्म अभिनेत्री श्रीदेवी जी की हार्ट अटैक से निधन की दुखद खबर आई। बेमिसाल अभिनय प्रतिभा की धनी श्रीदेवी ने अपने लंबे करियर में एक से बढ़कर एक यादगार फिल्में दी हैं। सिर्फ 54 साल की उम्र में उनका निधन एक बहुत ही बड़ी क्षति है, जिसकी भरपाई मुश्किल है। ईश्वर उनके पति, दोनों बेटियों और पूरे परिवार को इस दुखद घड़ी का सामना करने का संबल दें, यही प्रार्थना है।


Friday, 23 February 2018

बिहार की प्रतिभाओं ने अपनी मेहनत, लगन, क्षमता और विशिष्टता से देश-विदेश में अपना, परिवार का, इलाके का और राज्य का नाम रोशन किया है। मिथिलांचल तो हमेशा से ही ऐसी प्रतिभाओं से समृद्ध क्षेत्र रहा ही है। विश्वविख्यात मिथिला पेंटिंग की प्रतिभाशाली कलाकार श्रीमती हेमा देवी को कला के क्षेत्र में विशिष्ट योगदान के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित किया जा रहा है। कहा जाता है कि मां पहली पाठशाला होती है और कला विरासत में मिलती है, श्रीमती हेमा देवी इसकी मिसाल हैं। उन्होंने अपनी माताजी मधुबनी की रशीदपुर की श्रीमती लीला देवी से मिथिला चित्रकला का ज्ञान हासिल किया था। इसके बाद उन्होंने अपनी सासु मां श्रीमती सुभद्रा देवी से पेपरमेसी की बारीकियां सीखी। संयोगवश श्रीमती हेमा देवी के पति भी मिथिला चित्रकला में बिहार सरकार से सम्मानित कलाकार हैं और श्रीमती हेमा देवी को भी राज्य सरकार पुरस्कृत कर चुकी है। इनके अलावा सिक्की कला में भी बिहार के दो बड़े कलाकारों को बड़ा सम्मान मिलने जा रहा है। इनमें मधुबनी के पंडौल प्रखंड के रामपुर निवासी सिक्की कलाकार श्री धीरेंद्र कुमार शामिल हैं। श्री धीरेंद्र कुमार उपेंद्र महारथी संस्थान की ओर से रामपुर में सिक्की के प्रशिक्षक हैं। सिक्की कला में ही अमूल्य योगदान के लिए झंझारपुर के रैयाम गांव की श्रीमती सुधीरा देवी को भी नेशनल मेरिट अवार्ड के लिए चुना गया है। श्री धीरेंद्र कुमार और श्रीमती सुधीरा देवी को सिक्की कला के क्षेत्र में योगदान के लिए बिहार सरकार पहले ही सम्मानित कर चुकी है, अब राष्ट्रीय सम्मान हासिल कर इन्होंने बिहार का नाम सिक्की कला के क्षेत्र में और ऊंचाई पर पहुंचा दिया है। ये तीनों कलाकार बिहार में रहते हुए बिहार की विरासत को दुनिया में पहुंचा रहे हैं। इनके अलावा मधुबनी के जितवारपुर की ही ममता देवी को भी दिल्ली के कोटे से नेशनल मेरिट अवार्ड के लिए चुना गया है। मिथिलांचल और बिहार की प्रतिष्ठा में चार चांद लगाने वाले इन सभी कलाकारों को उनकी शानदार उपलब्धि पर बहुत-बहुत बधाई और शुभकामनाएं।


काम से प्रसंता

अगर हम स्वेच्छा से कोई काम करते है,तो फिर काम जैसा हो,इसका पूरा आनंद उठाते है।यह काम जब पूरा हो जाता है,तो हमे संपूर्णता का अनुभव होता है।इस...