शराब जिंदगी को स्वास्थ्य और आर्थिक स्थिति को भी खराब करता है।शराब का असर परिवार के बच्चों के संस्कार पर भी पड़ता है।शराब पीने वाले समाज की नजरों में तो गिर ही जाता है,परिवार और बच्चों की नजर में भी गिर जाता है।शराब के चक्र में पड़कर आदमी गलत कार्यो को करने के लिए आतुर हो जाता है।जो परिवार शराब के लत में आ जाता है।उसके घर मे कलह झगड़ा झंझट का अखाड़ा बन जाता है।इसलिये बापू ने कहा था ,न शराब पियें न शराब पीने दें।अभी बिहार में शराबबन्दी है।फिर भी लोग गलत आदत के चक्र में गलत दारू का उपयोग करते है।जिसके कारण लिवर किडनी जैसे बीमारी भी हो जाती है।शराब जानलेवा है।शराब पीने से बचे ।और स्वस्थ जीवन जिये।समाज मे इज्जत प्रतिष्ठा के साथ जियें।
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